फसल के अवशेष जलाना वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत : दिल्ली सरकार

Update: 2016-10-13 11:08 GMT
फसल के अवशेष जलाने के बाद एक खेत।

नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली सरकार ने कहा कि वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत फसल के अवशेष जलाने से पैदा होने वाले रसायन हैं। यह स्थिति पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में फसल कटाई के बाद अवशेषों को जलाने से उत्पन्न होती है।

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से कहा, "पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से फसल काटे जाने के बाद अवशेष जलाने से बहुत ज्यादा रसायन पैदा होता है जो यहां वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत है। "

फसल अवशेष जलाने वालों पर कार्रवाई करेगी हरियाणा सरकार

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के उच्च स्तर का होना एक स्थानीय घटना नहीं है इसे कृषि उत्पादक राज्य भी बहुत अधिक प्रभावित करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इसके लिए पड़ोसी राज्यों से इन रसायनों को रोकने और किसानों के लिए विकल्प खोजने के लिए पत्र लिखा है।

जैन ने कहा कि यातायात की सम-विषम योजना सिर्फ किसी खराब दशा में ही लागू की जाएगी, जिस तरह पिछले साल इसकी जरूरत थी।

उन्होंने कहा, "यदि किसान अवशेषों को जलाने की बजाय, खेत में सड़ा देते तो प्रदूषण कम होता और इससे मिट्टी की उर्वरकता भी बढ़ती।"




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